Friday, 29 April 2016

IIT/JEE

आईआईटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा
आईआईटी संयुक्त प्रवेश परीक्षा (IIT JEE) की परीक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में स्नातक स्तर पर प्रवेश के लिये की जाती है। इसमें गणित, भौतिकी एवं रसायन विज्ञान विषयों के प्रश्नपत्र होते हैं। यह परीक्षा बहुत ही कठिन मानी जाती है एवं इसके लिये तैयारी कराने के लिये पूरे भारत में जगह-जगह 'प्रशिक्षण संस्थान' खुल गये हैं।
परीक्षा योजना
अप्रैल 2013 से ही आईआईटी प्रवेश परीक्षा दो हिस्सों में आयोजित की जाने लगी है। एक है मेन और दूसरा एडवांस। आईआईटी के लिए आवेदन करने वाले बच्चे पहले मेन के लिए आवेदन देते हैं और इसमें सफल होने वाले आगे जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होते हैं। जेईई मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों में से केवल शीर्ष 150,000 ही एडवांस परीक्षा में बैठने की पात्रता रखते हैं। यह परीक्षा मुख्य परीक्षा के कुछ सप्ताह बाद होती है।
जेईई एडवांस के जरिये आईआईटी में दाखिले के लिए किसी छात्र को अपने कक्षा 12 बोर्ड में भी शीर्ष 20 फीसदी में शामिल होना जरूरी है। वर्ष 2012 तक कक्षा 12 में 60 फीसदी अंक हासिल करने वाला बच्चा आईआईटी में दाखिले का पात्र होता था। देश में कुल 32 बोर्ड हैं और उनका परीक्षा तथा मूल्यांकन का तरीका भी अलग-अलग है। एक ओर जहां जेईई मेन की देखरेख सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन करेगा वहीं जेईई एडवांस का प्रबंधन आईआईटी के हाथ में होता है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों में दाखिला जेईई की मुख्य परीक्षा को आधार मानकर किया जाता है। इतना ही नहीं डीम्ड विश्वविद्यालय भी एक दायरा तय करके जेईई मुख्य परीक्षा के परिणाम का इस्तेमाल अपने यहां दाखिला देने के लिए कर सकते हैं।[1]
सीटें
Institute Intake (2003)
Intake (2007)
Intake (2008)
Intake (2009)
Intake (2010)
आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी
568 686 766 881 1057
IIT Bhubaneshwar 120 120 120
आईआईटी मुम्बई 600 574 648 746 880
आईआईटी दिल्ली 552 553 626 721 851
IIT Gandhinagar 120 120 120
IIT Guwahati 350 365 435 498 588
IIT Hyderabad 120 120 120
आईआईटी इन्दौर 120 120
आईआईटी कानपुर 456 541 608 702 827
आईआईटी खडगपुर 659 874 988 1138 1341
आईआईटी चेन्नै 554 540 612 713 838
IIT Mandi 120 120
IIT Patna 120 120 120
IIT Rajasthan 120 120 120
आईआईटी रुड़की 546 746 884 1013 1155
IIT Ropar 120 120 120

आईएसएम धनबाद 444 658 705 923 1012

कुल 4583 5537 6992 8295 9509

Attendance 455,000

हाईस्कूल का रिजल्ट आने के बाद छात्र-छात्राओं को अपना कैरियर टारगेट तयकरना होता है। अगर आप हाईस्कूल पास होने के बाद इंजीनियरिंग में कैरियरबनाने का सपना संजोये है तो आपको छात्रों आईआईटी जेईई की तैयारी के लिए अभीसे ध्यान केंद्रित करना होगा। इस साल से लागू हुए आईआईटी जेईई के नएपैटर्न के हिसाब से अगर हाईस्कूल पास स्टूडेंट्स तैयारी करने में जुटजाएंगे तो इंटरमीडियट का परिणाम आने के साथ इंजीनियरिंग के दरवाजे आपके लिएआसानी से खुल जाएंगे। इसका कारण है आईआईटी जेईई में 11 वीं कक्षा से लगभग45 प्रतिशत और 12 वीं कक्षा से लगभग 55 प्रतिशत प्रश्न पूछे जाते हैं।
वर्ष 2013 से लागू आईआईटी जेईई के इस नये पैटर्न को देखकर ट्रेनिंगएक्सपर्ट की सलाह है कि हाईस्कूल पास छात्र कक्षा 11 की पढ़ाई के साथटारगेट स्टडी पर ध्यान दें। आईआईटी कानपुर के छात्रों के साथ जरूरतमंदछात्रों को इंजीनियरिंग की तैयारी देने के लिए युवा दस्तक नामक मंच बनाएमनीष शुक्ला का कहना है कि हाईस्कूल पास छात्र अगर अभी से इंजीनियरिंग केलक्ष्य को सामने रखकर तैयारी करेंगे तो 2015 में सफलता उनके कदम चूमेगी।जेईई एग्जाम से ही स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी और अन्य इंजीनियरिंग औरआर्किटेक्चर इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन मिलेगा। जिन स्टूडेंट्स को सिर्फआईआईटी में एडमिशन लेना है उन्हें सिर्फजेईई एडवांस एग्जाम देनी होगी।आईआईटी जेईई के नए पैटर्न के बाद कई नए नियम भी बन गये हैं। जैसे कोई भीस्टूडेंट्स जेईई की मेन एग्जाम में तीन बार ही बैठ सकेगा। एंडवांस एग्जाममें उसे दो बार मौका मिलेगा। इंटरमीडियट में एक साल फेल होने के बाद अगलेसाल पास हुए छात्र इस परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। इसलिए कक्षा 11 कीपढ़ाई करने के साथ अपना ध्यान इंजीनियरिंग की तैयारी पर फोकस रखें।
रैंक की गणित अभी से समझे
आईआईटी जेईई की तैयारी में आप जुटने जारहे हैं तो रैंक का फार्मूला समझना बहुत जरूरी है। किसी भी स्टूडेंट्स को12 वीं के अंकों में 40 प्रतिशत और जेईई मेन एग्जाम में आए माक्र्स का 60 प्रतिशत वेटेज मिलेगा। आईआईटी.जेईई में अगर दो स्टूडेंट्स के समान माक्र्सआते हैं तो सही और गलत प्रश्नों के मिले अंकों के अनुपात पर रैंक कानिर्धारण किया जाएगा। सीबीएसई के मुताबिक सब्जेक्ट एग्जाम में सही और गलतप्रश्न के मिले माइनस मार्क के अनुपात के आधार पर जेईई में छात्रों की रैंकतय की जाएगी। दो स्टूडेंट्स के जेईई मेन एग्जाम में माक्र्स समान हो जातेहैं तो पहले मैथ्स मिले अंकों को आधार बनाकर रैंक निर्धारित की जाएगी।इसमें भी माक्र्स समान हों तो भौतिक विज्ञान और 12वीं के अंकों पर रैंक कानिर्धारण होगा। अगर फिर माक्र्स समान हो तो एग्जाम में सही प्रश्नों मिलेअंक और गलत आंसर की माइनस माक्र्स के अंक के अनुपात को आधार बनाया जाएगा।फिर भी अगर माक्र्स समान हो जाते हैं तो दोनों स्टूडेंट्स को एक रैंक दे दीजाएगी।
टॉपिक टिप्स
हर टॉपिक का डिटेल मे अध्ययन करने की आदत न हो डाल लें, यहीआपकी राह आसान करेगा। भौतिकी, रसायन और गणित के सभी टॉपिकों की स्टडीजरूरी है। टॉपिक चुन-चुनकर करने से काम नहीं चलेगा। । जेईई पूर्णत:कांसेप्ट पर आधारित हो गया है। इसलिए सभी महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर आपकेकांसेप्ट पूरी तरह क्लीयर होने चाहिए।
टापर्स टिप्स
आप में मन में सकारात्मक सोच के साथ तैयारी कीजिए।अपने आप को आईआईटी के योग्य मानकर चलिए। समान दर से लगातार अध्ययन करिए औरप्रश्न हल करते रहिए तथा अपनी परीक्षा स्वयं बीच-बीच में लेते रहिए। हरसब्जैक्ट को समुचित समय दीजिए। एक विषय की तैयारी बहुत दिनों तक करने केबाद दूसरे विषय को तैयार करना ठीक तरीका नहीं है। एक विषय को अधिक से अधिकएक.दो दिन पढि़ए, फिर दूसरा विषय पढि़ए।
सीटों की संख्या
देश के 16 आईआईटी में 9647
देश के 20 एनआईटी में 15485

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