Sunday, 29 November 2015

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे
Assi gacchi panunuy Pakistan, Batav rostuy Batenien saan (We want our Pakistan, without Pandit men, but with their women).
अर्थात "हमें अपना पाकिस्तान चाहिए। बिना पंडित आदमियों के केवल पंडित औरतों के साथ"।
यह नारा 19 जनवरी 1990 की रात को घाटी की सभी मस्जिदों से हिन्दुओं को डराकर भगाने के लिए लाउड स्पीकरों से चिल्ला चिल्ला कर लगाया गया था जिससे सभी कश्मीरी पंडित घाटी खाली कर दे। इसके बाद हिन्दुओं की लूट पाट, उनके खेत-खलिहानों में आगजनी, उनके बेटियों का अपहरण,उनके पुरुषों की सामूहिक हत्या का दौर आरम्भ हुआ। जो सालों चलता रहा।
किसी सेक्युलर,NGO धंधे वाला, साहित्यकार, मानव अधिकार समर्थक, फिल्मी सितारे, कलाकार, सिविल सोसाइटी वाले ने कभी हिन्दुओं को अपने ही देश में शरणार्थी बनने पर अपना पुरस्कार कश्मीरी हिन्दुओं के समर्थन में वापिस नहीं किया।
अब यह दोगली जमात मोदी सरकार पर असहिष्णुता का आरोप लगा रही है। 1200 वर्षों से हिन्दुओं पर हो रहे इस्लामिक अत्याचार इन्हें नहीं दीखता।
सबसे बड़े असहिष्णु ये सेक्युलर गैंग वाले हैं।

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